Thursday, 22 January 2015

'कॉफी'

सुनो!! 
तुम्हारे लिए 
बना रखी है
'कॉफी'
ढेर सारा प्यार 
और थोड़ी सी,
मुस्कान घोल कर,
पी लेना,
और 'हाँ'
जल्द लौटूंगी
अपने होठों के निशान,
तुम्हारे
अकेलेपन के कप पर
रखने के लिए,
'अपने'
भीगे एहसास
सम्हाले रखना
'मेरे लिए'
तुम्हारी ही
'मैं' !!अनुश्री!!

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