Monday 21 January 2013

!!अनु!!


यूँ मशरूफियत का किया बहाना मैंने,
खुदी से खुद को किया बेगाना मैंने,
तेरी  हर नजर दिल के पार जाती है,
परवाने सा किया खुद को दीवाना मैंने ... !!अनु!!



चलो, जिंदगी को यूँ जिया जाये,
हरेक ख्वाब को मुकम्मल किया जाये,
दिल तेरे दर्द से आबाद रहा है अक्सर,
कुछ देर को इसे घर छोड़ दिया जाये .. !!अनु!!


2 comments:

  1. खुद को दीवाना बनाने पर ही मुहब्बत का असल मतलब समझ आता है ...
    बहुत खूब ...

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  2. बहुत सुंदर भावनायें


    रहकर दूर तुमसे हम जीयें तो बो सजा होगी
    न पायें गर तुम्हें दिल में तो ये मेरी ख़ता होगी

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