Friday 31 October 2014

इंतजार मत करना

'हमारी'
जद में नहीं था,'तुम्हारा' रोक लेना,
और मेरा, रुक जाना
'तुम' रूह में हो,
'तुम' ख्वाबों में,
तुम्हारी ही खुशबू है,
मन के गुलाबों में,
लेकिन
दरम्यां फासले बहुत हैं,
कुछ जाने से,
कुछ अनजाने से,
'सुनो'
इंतजार मत करना,
मेरा 'लौटना'
मुमकिन न हो 'शायद' !!अनुश्री!!

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