Friday 26 July 2013

इश्क तब भी था, 
इश्क अब भी है. 
उसके एहसास, 
हमेशा ही शामिल रहे, 
जिंदगी में, 
'बस' 
दरमयां वक़्त आ गया, 
'बेवक्त' ..!!अनु!!

1 comment:

  1. वक्त जब भी आता है बेवक्त ही आता है ... एहसास भरी रचना ...

    ReplyDelete

साथ

उन दिनों जब सबसे ज्यादा जरूरत थी मुझे तुम्हारी तुमने ये कहते हुए हाथ छोड़ दिया कि तुम एक कुशल तैराक हो डूबना तुम्हारी फितरत में नहीं, का...