लड़खड़ाऊँ कभी, तो मुझे हाथ दे,
अपने सुख दुःख के पल, चलो बाँट लें,
यूँ ही कट जायेगा, जिंदगी का सफ़र,
मैं तेरा साथ दूँ, तू मेरा साथ दे .. !!अनु!!
उन दिनों जब सबसे ज्यादा जरूरत थी मुझे तुम्हारी तुमने ये कहते हुए हाथ छोड़ दिया कि तुम एक कुशल तैराक हो डूबना तुम्हारी फितरत में नहीं, का...
किसी का साथ मिल जाए तो सफर आसान हो जाता है ...
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब मुक्तक ...
Wao...amazing lines
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